rose cookies रेसिपी हिंदी में जाने pdf 2023

ये स्वाद भरे जीवन में हर कोई व्यक्ति रोज स्वादिष्ट खाना चाहता है आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से कुरकुरी rose cookies recipe vegetarian pdf बिना अंडा बगर बनाने के बारे में बताएँगे |

rose cookies : एक भारतीय स्वाद का अनुभव, एक मस्ती भरी भारतीय मिठाई की स्वादिष्ट रेसिपी जो आज हरकिसिकी पसंद बनता जा रह है |

रोज़ कुकीज़ यानि जिन्हें गुलाब जामुन कुकीज़ भी कहते हैं एक मजेदार और सुगंधित नाश्ता है जो अपनी अद्वितीय स्वाद से आपके जीभ को मोह लेता है।

ये क्रिस्पी और मुँह में घुलने वाली मिठाई विशेष अवसरों के लिए या अपने पसंदीदा चाय के साथ खाने के लिए परफेक्ट होती हैं। इस लेख में, हम आपको रोज़ कुकीज़ बनाने की एक सरल और चरणबद्ध रेसिपी प्रदान करेंगे। तैयार हो जाएं, इन मधुर स्वादों के मंत्रमुग्ध होने का आनंद लें |

rose cookies बनाने के लिए कौनसी चिजवस्तु की आवश्यकता होती है |

rose cookies रेसिपी हिंदी में जाने pdf 2023
rose cookies रेसिपी हिंदी में जाने pdf 2023

Ingredients:
सबसे पहले रोज़ कुकीज़ बनाने के लिए आपको निम्न सामग्री की आवश्यकता होगी : rose cookies recipe PDF प्राप्त करे

1 कप मैदा
1/2 कप चावल का आटा
1/2 कप पिसी हुई चीनी
1/4 चम्मच बेकिंग पाउडर
एक चुटकी नमक
1/2 कप नारियल का दूध
1/2 चम्मच गुलाब जल
तलने के लिए वनस्पति तेल

rose cookies recipe बनाने की रित

Instructions (बनाने की रित) :

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सबसे पहले एक बड़े बाउल में मैदा, चावल का आटा, पिसी हुई चीनी, बेकिंग पाउडर, और एक चुटकी नमक को मिलाएं। सुखी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाएं जबतक ये पूरा मिश्र न हो जाये।

धीरे-धीरे नारियल का दूध डालें और लगातार मिलाते रहें ताकि एक चिकना बेटर (घोल )बन जाए। बेटर की कंसिस्टेंसी पैंकेक बेटर की तरह होनी चाहिए।

बेटर में गुलाब जल डालें और फिर से अच्छी तरह से मिलाते जाए जबतक गुलाब जल कुकीज़ में अपनी मधुर सुगंध डालेगा।

बाउल को एक साफ किचन तौलिये से ढक दें और बेटर को 30 मिनट से 1 घंटे तक आराम दें। इससे स्वाद और बेटर की गाठ को बनाए रखने के लिए समय मिलेगा।

एक गहरे कड़ाही या कड़ाही में तलने के लिए वनस्पति तेल गरम करें।

जब तेल गरम हो जाए, एक गुलाब कुकीज़ मोल्ड या कुकी प्रेस लें। मोल्ड को गरम तेल में कुछ सेकंड के लिए डुबोएं ताकि वह गरम हो जाए। अतिरिक्त तेल को हटाएं।

गरम तेल में डुबोई हुई मोल्ड को बेटर में डुबोचें, धीरे से हिलाएं ताकि चिपकाएँ। जल्दी से मोल्ड को गरम तेल में वापस डालें।

मोल्ड को हल्की आहट देकर कुकीज़ को तेल में छोड़ दें। उन्हें सुनहरा भूरा और क्रिस्पी होने तक तलें। यदि समान तल चाहते हैं, तो उन्हें बार-बार फ्लिप करें।

छलनी वाली चमचे की मदद से कुकीज़ को तेल से निकालें और अधिक तेल छानने के लिए पेपर टॉवल पर रखें।

दोहराएँ और आनंद लें: शेष बैटर के साथ डिपिंग और तलने की प्रक्रिया को तब तक दोहराएं जब तक कि सभी कुकीज तैयार न हो जाएं। भंडारण के लिए एक एयरटाइट कंटेनर में स्थानांतरित करने से पहले कुकीज़ को पूरी तरह से ठंडा होने दें।

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कुकीज़ को पूरी तरह से ठंडा होने दें और उन्हें एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें। इन्हें कई दिनों तक ताजगी से रखा जा सकता है।

Conclusion :

रोज़ कुकीज़ एक मोहक स्वाद और मुलायम भोजन हैं, जो किसी भी खास अवसर के लिए अत्यंत आकर्षक होते हैं। इनकी कोमलता और सुगंधित गंध से आपके परिवार और दोस्तों को प्रभावित करने में सफल होंगे। इस सरल रेसिपी का पालन करके, आप आसानी से अपने घर के आराम से इन मजेदार नाश्तों को बना सकते हैं। तो आइए, रोज़ कुकीज़ की खुशबूदार चर्म में खो जाएं और उन मधुर स्वादों का आनंद लें जो आपके स्वाद बुद्धि को नए ऊँचाईयों पर ले जाएंगे।

गुलाबी कुकीज़ ना केवल स्वादिष्ट, बल्कि रंगीन और सुगंधित भी होती हैं। इसे अपने घर में आसानी से बनाने के लिए आपको सभी सामग्री उपलब्ध होगी। यह आपके ताजगी की सबसे पसंदीदा विधि बन जाएगी।

FAQ – rose cookies रेसिपी हिंदी में जाने pdf 2023

rose cookies history

हालांकि इसकी सटीक उत्पत्ति स्पष्ट नहीं है, कहा जाता है कि अचप्पम डच 1605 में उपमहाद्वीप में भारत में पहली बार व्यापार के लिए आये तब ये इसे यहाँ लाये थे | यह हमें विनम्र गुलाब कुकी के इतिहास में लाता है।

इसे रोज़ कुकीज क्यों कहा जाता है?

गुलाब कुकीज़ को गुलाब के आकार के समान होने के कारण कहा जाता है| मसाले और अरोमा गुलाब कुकीज़, क्रिसमस के दौरान बनाई जाने वाली स्वादिष्ट, कुरकुरी मीठी वानगी है । चेन्नई में अच्चु मुरुक्कू भी कहा जाता है ओर ये एंग्लो इंडियन मूल का भी माना जाता है।

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अचप्पम की उत्पत्ति कहाँ से हुई?

भारत में स्थित केरल राज्य से ये पारंपरिक कुकी अचप्पम कुकीज़ उत्पन्न होती हैं |

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